शादी-कार्ड गणेश मंत्र | Shadi-Card Ganesh Mantra

"शादी-कार्ड गणेश मंत्र" विवाह के शुभ आरंभ की शुभकामना का प्रतीक है। यह संकेत देता है कि विवाह के आयोजन में गणेश जी की कृपा और आशीर्वाद है, जो संपन्नता और सुख-शांति की प्रतीक है। इस मंत्र से शुभकामनाएँ और आशीर्वाद प्राप्त होते हैं जो जीवन के नए यात्राओं की शुरुआत के लिए आत्म-विश्वास दिलाता है।

"The Wedding Card Ganesh Mantra" is a symbol of best wishes for a prosperous beginning of marriage. It signifies the grace and blessings of Lord Ganesh in the wedding arrangements, which are a sign of success and peace. This mantra brings good wishes and blessings, instilling confidence for the new journeys in life.


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किसी भी प्रकार के कार्य प्रारंभ करने के पूर्व श्री गणेश जी का स्मरण इस मंत्र के साथ अवश्य करना चाहिए, आपके शुभकार्य निश्चित ही सिद्ध होंगे।

    वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।

    निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

हे हाथी के जैसे विशालकाय जिसका तेज सूर्य की सहस्त्र किरणों के समान हैं । बिना विघ्न के मेरा कार्य पूर्ण हो और सदा ही मेरे लिए शुभ हो ऐसी कामना करते है ।


    विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।

    नागाननाथ श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥

विघ्नेश्वर, वर देनेवाले, देवताओं को प्रिय, लम्बोदर, कलाओंसे परिपूर्ण, जगत् का हित करनेवाले, गजके समान मुखवाले और वेद तथा यज्ञ से विभूषित पार्वतीपुत्र को नमस्कार है ; हे गणनाथ ! आपको नमस्कार है ।

    एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं।

    विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्॥

जो एक दाँत से सुशोभित हैं, विशाल शरीरवाले हैं, लम्बोदर हैं, गजानन हैं तथा जो विघ्नोंके विनाशकर्ता हैं, मैं उन दिव्य भगवान् हेरम्बको प्रणाम करता हूँ ।

    मङ्गलं भगवान् विष्णुः मङ्गलं गरूडध्वजः ।

    मङ्गलं पुण्डरीकाक्षः मंगलायतनो हरिः ॥

भगवान् विष्णु मंगल हैं, गरुड़ वाहन वाले मंगल हैं, कमल के समान नेत्र वाले मंगल हैं, हरि मंगल के भंडार हैं । मंगल अर्थात् जो मंगलमय हैं, शुभ हैं, कल्याणप्रद हैं, जैसे समझ लें ।

    ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।

    शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।

हे माता गौरी आप ही सभी कार्यों को मंगल करने वाली , सभी साधनाओं को सुफल करने वाली परम कल्याणकारिणी हो । जीवन के सभी मनोरथ को पूर्ण करने वाली हो । तीन नेत्रों वाली, हे माता गौरी ! मैं आपकी शरणागति में हूं । हे माता! आप को मेरा नमस्कार है ।

    विघ्न हरण मंगल, करण गणनायक गणराज ।

    प्रथम निमंत्रण आपको,मेरे पूरण करिये काज।।

Writing a mantra or sacred phrase in a wedding card holds cultural and spiritual significance in many traditions, especially in Hindu culture. It is believed that invoking blessings from deities like Lord Ganesh through mantras can bring good fortune, harmony, and prosperity to the newlyweds.


Including a mantra in a wedding card signifies invoking divine blessings and seeking protection for the couple as they embark on their new journey together. It adds a traditional and spiritual touch to the wedding invitation, expressing the hope for a harmonious and blessed married life.


It's important to note that the inclusion of a mantra in a wedding card is a personal choice and should be done respectfully, adhering to the cultural and religious beliefs of the couple and their families

About

विवाह कार्ड में मंत्र या पवित्र वाक्य शामिल करना कई परंपराओं में महत्वपूर्ण होता है, खासकर हिन्दू संस्कृति में। इसे मान्यता प्राप्त देवताओं जैसे भगवान गणेश की आशीर्वाद लेने का एक तरीका माना जाता है, जिससे नवविवाहित जोड़े के लिए शुभकामनाएँ, समरसता और समृद्धि आ सकती हैं।


विवाह कार्ड में मंत्र शामिल करना दिव्य आशीर्वाद को आमंत्रित करना और जोड़े की रक्षा के लिए प्रार्थना करने का संकेत देता है, जब वह अपने नई जिंदगी की यात्रा पर निकलते हैं। यह विवाहीत जीवन को शुभ और आशीर्वादित बनाने के लिए एक पारंपरिक और आध्यात्मिक स्पर्श जोड़ता है।
यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि विवाह कार्ड में मंत्र शामिल करना व्यक्तिगत चुनौती है और इसे सम्मानपूर्ण रूप से किया जाना चाहिए, जोड़े और उनके परिवारों की सांस्कृतिक और धार्मिक धाराओं का पालन करते हुए।

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